Motions

Grand Final

  • 1
    दार्शनिकों के सदन का मत हैं कि मनुष्य द्वारा अमूर्त मनोवस्था का वस्तुकरण चेतना में सादृश्यता लाने का प्रयास  है ।
  • Semifinals

  • 1
    विषय: भारतीय अर्थशास्त्रियों का यह सदन इस मॉडल के लागू होने पर खेद व्यक्त करता है।
  • 2
    भारतीय अर्थशास्त्री के रूप में यह सदन मानव विकास को अनुकूलित करने के लिए तंत्रिका आर्थिक नीतियों का समर्थन करता है।
  • 3
    विषय : आधुनिक अर्थशास्त्रीयों का यह सदन उपभोग के सर्वोत्तम व्याख्यात्मक सिद्धांत के रूप में सापेक्ष्य आय परिकल्पना का समर्थन करेगा।
  • Quarterfinals

  • 1
    विषय :दार्शनिकों के सदन का मत है कि व्यक्ति के भीतर विद्यमान ब्रह्मराक्षस द्वारा ही सामाजिक प्रतिमानों को निर्मित किया गया है।
  • 2
    साहित्यकारों के सदन का मत है कि किसी 'वाक़ये" (incident) को "अफ़साना" कहे जाने हेतु उसका मनोवैज्ञानिक दशा को परिलक्षित करना अनिवार्य है ।
  • 3
    विषय : दार्शनिकों के सदन का मत है कि उपर्युक्त पंक्तियों में वर्णित चरित्र का मोहभंग हो गया है।
  • Round 5

  • 1
    विषय : इस सदन का मत है कि रस्कोलनिकोव का चरित्र आधुनिक समाज के नैतिक दोहरेपन का दर्पण है।
  • 2
    विषय : बीऐट्रस के मन का सदन डाउंटलेस श्रेणी को अस्वीकारते हुए ऐब्नीगेशन श्रेणी का चुनाव करेगा।
  • 3
    विषय : बेला के मन का सदन बीस्ट के इस परिवर्तित रूप को अस्वीकारते हुए उसे त्याग देगा।
  • Round 4

  • 1
    विषय :- राजा के मन का सदन सुझाव को ना मानते हुए,अफीम पर पूर्णरूप से प्रतिबंध लगायेगा।
  • 2
    विषय:- ब्रह्म समाज का यह सदन फिर से आदि ब्रह्म समाज में शामिल होगा।
  • 3
    विषय :- औरंगजेब के मन का सदन रानी के प्रस्ताव को स्वीकार करेगा।
  • Round 3

  • 1
    विषय : रावण के मन का सदन शूर्पणखा की बातों को रणनीति मानकर उसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं देगा ।
  • 2
    विषय :- पेनेलोप के मन का सदन सत्य से अवगत होते हुए अपने पति को पुनः स्वीकार नहीं करेगा ।
  • 3
    विषय : समाजशास्त्रियों का सदन कथन "ख" को निरर्थक मानते हुए "क" का समर्थन करेगा ।
  • Round 2

  • 1
    विषय: LGBTQIA+ समुदाय का यह सदन इस कार्यक्रम के परिपालन की आलोचना करता है।
  • 2
    विषय : यह सदन कथन (क) को निरर्थक मानते हुए (ख) का समर्थन करता है।
  • 3
    विषय : नारीवादियों का यह सदन राज्य के क्रियान्वयन हेतु पूँजीवाद की बजाय समाजवाद की संकल्पना पर आधारित व्यवस्था को चुनेगा।
  • Round 1

  • 1
    विषय : बुद्धिजीवियों का यह सदन वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अंतर्राष्ट्रीय संबंधो को समझने हेतु परंपरागत विधि को व्यवहारवादी विधि से बेहतर विकल्प मानता है।
  • 2
    विषय : केजरीवाल के मन का सदन पार्टी का सुझाव अस्वीकार करते हुए सुनीता केजरीवाल का नाम मनोनीत करेगा।
  • 3
    विषय : राजनीति शास्त्रीयों का यह सदन मानता है कि दार्शनिक राजा द्वारा संचालित राज्य कभी अधिकतम प्रगति के स्तर को प्राप्त नहीं कर सकता।