Motions

Semifinals

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  • Quarterfinals

  • 1
    दार्शनिकों के सदन का मत हैं कि मनुष्य में दया, माया की परिणति है।
  • 2
    दार्शनिकों सदन का मत हैं कि उपयुक्त पंक्तियों में वर्णित विशेषता प्रेम मे परिपक्व होने की कसौटी है।
  • 3
    दार्शनिकों के सदन का मत हैं कि अध्यात्मिक मनुष्य द्वारा निर्वाहित धर्म एक मिथ्या हैं।
  • Round 3

  • 1
    समाजशास्त्रियों का यह सदन इस तकनीक के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन करता है।
  • 2
    सदन का मत हैं कि बेड़ियों में बंधे लोगो को प्राप्त स्वतंत्रा ही समाज के लिए सार्थक हैं
  • 3
    पीड़ितों के सदन का मत हैं कि समाज में स्थापित नैतिकता ही समाज को अनैतिक बनाती हैं।
  • Round 2

  • 1
    समाजशास्त्रियों के सदन का मत है कि रामायण का यह रुपांतरण सामाजिक रुपरेखा को रचने में रामायण के प्रचलित स्वरुप "वाल्मीकि रामायण " जितना सफल नहीं हो सकता।
  • 2
    द्वारपालों (जय, विजय) का यह सदन दूसरे विकल्प का चुनाव कर ईश्वर का शत्रु बनना स्वीकार नहीं करेगा ।
  • 3
    अफ्रोडाइट के मन का सदन पाइगमेलियन की प्रार्थना को सामाजिक संबंधो के लिए खतरा मानते हुए अस्वीकार कर देगी ।
  • Round 1

  • 1
    बुद्धिजीवियों के सदन का मत हैं कि वैचारिक(ideological) निष्ठा लोकतंत्र के लिए हितकारी है।
  • 2
    भारतीय बुद्धिजीवियों के सदन का मत हैं कि राजनीति के संदर्भ में नवप्रवर्तन कभी चिरस्थायी नहीं हो सकता।
  • 3
    नागरिकों के सदन का मत है कि भौतिक लालसा का राजनीति से पृथक्करण राजनीति के प्राथमिक उद्देश्य को संतुष्ट नहीं कर सकता।